लेख सेक्शनः मोहम्मद रफी के बाद मोहम्मद अज़ीज एक ऐसे गायक थे जिन्हें गायकी में रफी साहब का वारिस माना जाने लगा। मोहम्मद अज़ीज़ का जन्म 1954 में पश्चिम बंगाल के अशोक नगर में हुआ था। अज़ीज़ साहब यूं तो बचपन से मोहम्मद रफी साहब के इतने बड़े दीवाने थे कि उनके गानों की दीवानगी ने ही उन्हें एक नईं पहचान दे दी। उन्होंने रफी साहब के गीत गानें की शुरुआत एक रेस्टोरेंट से की और वहां उनके गीतों पर अपनी रुहानी आवाज़ का जादू बिखेरते-बिखेरते कब हिन्दी फिल्म इंडस्ट्री पर भी छा गए ये उन्हें भी नहीं पता था।
80 और 90 के दशक में उनके कई गीत सूपरहिट हुए। अज़ीज़ साहब ने बंगाली फिल्म ‘ज्योति’ से फिल्म इंडस्ट्री में कदम रखा था उसके बाद 1984 में मुंबई आकर हिंदी फिल्म जगत में उन्होंने अपनी किस्मत को आज़माया। जहां उन्हें फिल्म ‘अंबर’ में पहला चांस मिला लेकिन जिस गाने से उनकी आवाज़ को पहचान मिली वो गीत था “मैं हूं मर्द टांगे वाला, मुझे दुश्मन क्या मारेगा, मेरा दोस्त ऊपर वाला” ये गीत इतना ज़बरदस्त सूपरहिट हुआ कि फिर मोहम्मद अज़ीज़ ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। उनके गीत आज भी कहीं बजते हैं तो सुनने वालों के कदम अपने आप ही थिरकने लग जाते हैं।
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मैं हूं मर्द टांगे वाला
https://www.youtube.com/watch?v=_0Cf7HOoJ2E&start_radio=1&list=RD_0Cf7HOoJ2E&t=10&t=10
Mard Tangewala Main Hon Movie Mard 1080p Full HD Song.!
उस समय ये गीत सुनने वालों को ये लगा था कि इस गाने में आवाज़ शब्बीर कुमार की है लेकिन खैर बहुत जल्द अज़ीज़ की आवाज़ ने हिंदी फिल्म इंडस्ट्री में अपनी एक जगह बना ली। इसके बाद तो अज़ीज़ साहब ने एक के बाद एक हिट गीत दिए।
जिसमें “मैं से मीना से न साकी से, कसम से कसम से, माई नेम इज़ लखन, तूने प्यार की बीन बजाई, तेरा गम अगर ना होता-तो शराब मैं न पीता, लाल दुपट्टा मलमल का, दुनियां में कितना ग़म है” आदि सूपरहिट गीत शामिल हैं।
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मैं से मीना से न साकी से, पैमाने से..
दिल बहलता है मेरा आपके आ जाने से
https://www.youtube.com/watch?v=5pCGb6p4oIM
Aap Ke Aa Jane Se Full Song | Khudgarz | Govinda & Neelam | Mohammed Aziz, Sadhna Sargam
ये जो फिल्म इंडस्ट्री है न, ये चढ़ते हुए सूरज को ही सलाम करती है यहां हमने कई एक से बढ़कर एक सूपरहिट गायक, अभिनेता, डायरैक्टरर्स को अर्श से गुमनामी के अंधेरों में डूबते हुए देखा है, अज़ीज़ साहब को काफी सालों से फिल्मों के लिए गाते कम ही देखा गया या यूं कह लीजिए कि फिल्मों में काम मिलना बंद हो गया था लेकिन कई कार्यक्रमों और शोज़ में उनकी आवाज़ आज भी जादू बिखेर रही थी। ऐसा कौन सा संगीतकार है जिनके लिए अज़ीज़ साहब ने न गाया हो उनके नाम हैं लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल, नौशाद, जतिन-ललित, कल्याणजी आनंदजी, रवींद्र जैन, आनंद राज आनंद, नदीम-श्रवण, अनु मलिक, ओपी नय्यर, बप्पी लहरी, राजेश रोशन, आदि। अभी कुछ दिन पहले मोहम्मद अज़ीज़ साहब कोलकाता के एक कार्यक्रम से मुंबई लौट रहे थे, एयरपोर्टम पर दिल में दर्द उठा और फिर नानावती अस्पताल में हम सबको अलविदा कहकर चले गए लेकिन अपने पीछे यादगार गीतों की एक लंबीं फेहरिस्त छोड़ गए। अज़ी़ज़ साहब को उनके चाहने वालों की तरफ से शत्-शत् नमन।
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माई नेम इज़ लखन
https://www.youtube.com/watch?v=fjEBIVA0U2o
My Name Is Lakhan – Ram Lakhan | Mohammad Aziz, Anuradha Paudwal & Nitin Mukesh | Anil Kapoor
तूने प्यार की बीन बजाई, मैं दौड़ी चली आई।
https://www.youtube.com/watch?v=2sdku4mW8y0&start_radio=1&list=RD2sdku4mW8y0&t=0
Tune Pyar Ki Been Bajai_(HD_Full_Song_1080p)_Aayee Milan Ki Raat_Avinash Wadhawan, Shaheen
मनुस्मृति लखोत्रा