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Happiness is Free: जोखिम उठाने वाले लोग ज्यादा सफल कैसे ?

जो लोग अपने जीवन में हमेशा कुछ नया करने का जोखिम लेते हैं उनमें हमेशा औरों की अपेक्षा ज्यादा क्षमताएं होती हैं। ऐसे लोग परिणाम की चिंता किए बिना रिस्क लेते हैं और अपने आप को साबित करके दिखाते हैं। दो लोगों के बीच फर्क भी उनकी जोखिम लेने की क्षमताओं से आंका जाता है। रीयल हीरो भी वही होता है जो अपनी बुद्धि और क्षमताओं के साथ न्याय करता है और अपने अहम को अपने लक्ष्य के आगे नहीं आने देता।

हमारा इतिहास भी ऐसे लोगों से भरा हुआ है जिन्होंने जोखिम भरे रास्तों को अपनाया लेकिन आज वो जिस मुकाम पर हैं उनका कोई सानी नहीं। बिल गेट्स को कौन नहीं जानता, उन्होंने हावर्ड विश्वविद्यालय से पढ़ाई बीच में ही छोड़कर खतरा मोल लिया लेकिन माइक्रोसॉफ्ट के रूप में अपने सपनों को उड़ान दी, जिसके बाद परिणाम आपके सामने है, अगर वो सिर्फ ये ही सोचते रहते कि अगर इसका परिणाम अच्छा नहीं हुआ तो क्या होगा ? तो शायद वो कुछ कर ही न पाते। ऐसे ही फेसबुक के मालिक मार्क जकरबर्ग सिर्फ 23 साल की उम्र में अरबपति बन गए थे।

जीवन में खतरा मोल लेना इतना आसान भी नहीं होता, इसके लिए बुलंद इरादे और कड़ी मेहनत भी ज़रूरी है क्योंकि  फिर आपकी ज़िंदगी आम लोगों की तरह नहीं रह जाती। सफलता का पहिया जब एक बार घूमता हैं न तो फिर ब्रेक नहीं मिलती, इस दौरान लगातार संघर्ष ही आपके पास एकमात्र कल्प होता है, जिसमें सफलता तो निश्चित होती है, वहीं दूसरी तरफ अगर आपने जोखिम भरा रास्ता अपना लिया है और परिणाम आपकी कल्पना के अनुसार न हुआ तो उस झटके या घाव को बर्दाश्त करने के लिए तैयार भी रहना होगा, और फिर से अपने मनोबल को ऊपर उठाकर अगले जोखिम के लिए उठ खड़े होना होगा।

मनुस्मृति लखोत्रा