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विदुर नीति के अनुसार इन गलतियों की वजह से इंसान अपने जीवन में लाता है परेशानियां !

धर्म एवं आस्थाः महात्मा विदुर ने महाभारत में सुखी जीवन जीने के लिए बहुत सारी नीतियों के बारें में बताया है। कहते हैं कि जिस व्यक्ति के पास धन का अभाव होने लगे तो इसके पीछे का कारण इंसान की अपनी गलतियां ही होती हैं। जिनकी वजह से वह धीरे-धीरे गरीब होता जाता है। विदुर कहते हैं कि इन आदतों की वजह से व्यक्ति को जीवन में बहुत सारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। उसकी यही आदतें उसकी तरक्की में भी रूकावट पैदा करती हैं। तो आइए जानते उन बुरी आदतों के बारे में जो महात्मा विदुर ने बताई हैं।

श्लोकः

षड् दोषाः पुरुषेणेह हातव्या भूतिमिच्छता।

निद्रा तन्द्रा भयं क्रोध आलस्यं दीर्घसूत्रता।।

अर्थः इस श्लोक के अनुसार जो व्यक्ति गलत समय पर सोता है, तंद्रा यानी उंघता है, डरता है, क्रोध करता है, आलस्य करता है, खुद पर विश्वास नहीं करता है, वह कभी भी सुखी और सफल नहीं हो पाता।

यानि महात्मा विदुर का कहना है कि जो व्यक्ति गलत समय पर सोता है यानि सुबह सुर्योदय, दोपहर व सुर्यास्त के समय सोता है, उसके सारे काम वहीं के वहीं रह जाते हैं, अर्थात उसके हर काम में अड़चने आने लग जाती हैं। इसलिए गलत समय पर सोने से बचना चाहिए।

ऐसा इसलिए भी माना गया है क्योंकि जो व्यक्ति सही समय पर नहीं सोता उसकी नींद अधूरी रहती है जिस वजह से वह दिनभर उंघता रहता है और कोई काम नहीं कर पाता। हर व्यक्ति को ये चाहिए कि वह हमेशा समय पर अपने काम पूरे करें। इसलिए ऐसा कहा गया है कि जो समय की कद्र नहीं करता फिर समय भी उसकी कद्र नहीं करता।

अकारण डरना भी एक दोष माना गया है, जिसके मन में डर होता है, वह किसी भी काम में सफल नहीं हो सकता। इसलिए मन में किसी भी तरह का भय नहीं पालना चाहिए वरना खुद का ही नुकसान होता है।

जिन लोगों को बात-बात पर गुस्सा ता है, वह अपने जीवन में अपने लिए परेशानियां खुद ही खड़ी कर लेते हैं। जिससे वो निर्णय भी नहीं ले पाते, उनके सारे काम रुक जाते हैं और वे लोग सफल भी नहीं हो पाते।

महात्मा विदुर ने अपनी नीति में बताया है कि हर व्यक्ति को खुद पर विश्वास बनाए रखना चाहिए। जिस व्यक्ति में आत्मविश्वास की कमी होती है, वे अपने जावन में कभी सफलता को हासिल नहीं कर पाते हैं।