Way to Spirituality: सुख और दुख मनुष्य के मानस पुत्रों की भांति हैं, जिनका सम्बन्ध मनुष्य की भावनात्मक स्थिति से हैं ! जानिए कैसे?

सुख और दुख को देखने का सबका अपना-अपना नज़रिया होता है। कहते हैं कि जो कोई भी पैदा हुआ है वो अपना भाग्य साथ लेकर आया है जिसके साथ सुख-दुख…

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यादगार लम्हें: वो गीत जिसने ज़िंदगी से रूबरू कराया, आज भी करोड़ों दिलों में धड़कता हैं, “इक प्यार का नग़मा है”…

यादगार लम्हें: कई बार कोई बेहद खूबसूरत सा नग़मा बहुत ही कम शब्दों में ज़िंदगी से रूबरू करा जाता है। हमारी हिंदी फिल्म इंडस्ट्री ने हमें ऐसे कई यादग़ार गीत…

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Religion & Faith: जानिए क्या है पितृ पक्ष और श्राद्ध करना क्यों है ज़रूरी ?

धर्म एवं आस्था डैस्क:  ऐसा माना जाता है कि यदि कोई भी पितृ पक्ष में विधिपूर्वक श्राद्ध करता है उसे पितरों का आशीर्वाद प्राप्त होता है  मान्यतानुसार अगर किसी मनुष्य…

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Happiness is Free: यदि आपके शब्दों का आपके विचारों के साथ तालमेल नहीं है तो आप दूसरों को विवादित ऊर्जा भेज रहे हैं !

हम अक्सर दूसरों के विचारों, भावनाओं, शब्दों व कर्मों से प्रभावित होते हैं। किसी के द्वारा हमारे लिए कही गई बातें यदि हमारे लिए अच्छी हैं तो उसका हमारे ऊपर…

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BLOG: मैं भारत का ताज “हिमालय” हूं, क्या आपके पास मेरे लिए समय है ? मैं अपनी आत्मकथा आपके साथ सांझा करना चाहता हूं !

मैं भारत का ताज हिमालय हूं, मैं अपनी आत्मकथा आपके साथ सांझा करना चाहता हूं। काफी लंबे अर्से से मेरी हालत कुछ ठीक नही, तो सोचा आपके साथ अपना कुछ…

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यादग़ार लम्हेंः “मेरे महबूब क़यामत होगी, आज रुसवा तेरी गलियों में मोहब्बत होगी”: आनंद बख्शी

आज हम हिंदी सिनेमा के सफरनामे में एक ऐसे फ़नकार के बारे में कुछ बातें आपके साथ सांझा करेंगे जिन्होंने शब्दों को कुछ ऐसे तराशा जो गीत बनकर सबके दिलों…

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Way to Spirituality: प्रेम का रंग कैसा हो ? राधा-कृष्ण जैसा हो ! जानिए उनके दिव्य प्रेम की कुछ अदभुत बातें

धर्म एवं आस्था डैस्कः  राधा और कृष्ण के दिव्य प्रेम को कौन नहीं जानता, असल में राधा और कृष्ण प्रेम का ही दूसरा रूप है। उनका प्रेम इतना पवित्र था…

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Happiness is Free: कुछ रिश्ते अनमोल होते हैं जहां “मैं” की कोई गुंजाइश नहीं होती !

यक़ीन मानिए कुछ रिश्ते इतने अनमोल होते हैं जहां “मैं” या “तुम” की कोई गुंजाइश नहीं होती...लेकिन नाज़ुक भी इतने जैसे कोई रेशम की डोर हो, जो खूबसूरत भी होती…

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Way to Spirituality: मौन रहना भी एक तप है जिससे उजागर होती हैं आन्तरिक शक्तियां !

अध्यात्म डैस्कः वक्त के साथ उलझनों या आवेशों में बहकर क्या कुछ नहीं खो देते हैं हम...अपने शरीर, मन व मस्तिष्क का ह्रास करते हैं...उलझनों, चिंताओं व शोक ने आजतक…

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यादगार किस्सेः “शरद की स्निग्ध सूर्य किरणों में शहनाई बजने लगी और रहमत कलकत्ता की एक गली के भीतर बैठा हुआ अफगानिस्तान के मेरु-पर्वत का दृश्य देखने लगा”: ‘काबुलीवाला’

मेरी पांच वर्ष की छोटी लड़की मिनी से पल भर भी बात किए बिना नहीं रहा जाता। दुनिया में आने के बाद भाषा सीखने में उसने सिर्फ एक ही वर्ष…

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