एक बार राधा रानी ने कृष्णा से पूछा : गुस्सा क्या है..?
बहुत खुबसूरत जवाब मिला : किसी की गलती की सजा खुद को देना..!
फिर
एक बार राधा रानी ने कृष्णा से पूछा : दोस्त और प्यार में क्या फर्क होता है..?
कृष्णा हंस कर बोले : प्यार सोना है.. और दोस्त हीरा.. सोना टूट कर
दुबारा बन सकता है.. मगर हीरा नहीं..!
श्री
राधा जी ने कृष्णा से फिर पूछा : मैं कहाँ-कहाँ हूँ..?
कृष्णा ने कहा : तुम मेरे दिल में.. साँस में.. जिगर में.. धड़कन
में.. तन में.. मन में.. हर जगह हो..!
फिर राधा जी ने पूछा : मैं कहाँ नहीं हूँ..?
तो कृष्णा ने कहा : मेरी किस्मत में..!
राधा जी ने श्री कृष्णा से पूछा : प्यार का असली मतलब क्या होता है..?
श्री कृष्णा ने हंस कर कहा : जहाँ मतलब होता है.. वहां प्यार ही कहाँ होता है
एक
बार राधा ने कृष्णा से पूछा : आपने मुझे प्रेम किया.. लेकिन शादी रुकमनी से की..
ऐसा क्यों..?
कृष्णा ने हँसते हुए कहा : राधे! शादी में दो लोग चाहिए, और हम तो
एक हैं।