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Happiness is Free: कहीं आपकी भी हालत उस बैल की तरह तो नहीं ? ये कहानी आपकी सोच बदल देगी…!

एक बढ़ी ही खूबसूरत और प्रेरणादायक कहानी मेरी एक मित्र ने मुझे व्हाट्सऐप पर भेजी, पढ़कर अच्छी लगी, सोचा आप सबके साथ भी शेयर करूं, ताकि आपको भी पढ़कर प्रेरणा मिले।

“एक दिन एक किसान का बैल कुएं में गिर गया। वह बैल घंटों ज़ोर-ज़ोर से रोता रहा और किसान सुनता रहा और विचार करता रहा कि उसे क्या करना चाहिए और क्या नहीं ?

अंततः उसने निर्णय लिया कि बैल काफी बूढ़ा हो चूका है अतः उसे बचाने से कोई लाभ होने वाला हो है नहीं, इसलिए उसे कुएं में ही दफना देना चाहिए।

किसान ने अपने सभी पड़ोसियों को मदद के लिए बुलाया सभी ने एक –एक फाफड़ा पकड़ा और कुएं में मिट्टी डालनी शुरू कर दी।

जैसे ही बैल कि समझ में आया कि यह क्या हो रहा है वह ज़ोर-ज़ोर से चीख़-चीख़ कर रोने लगा और फिर, अचानक वह आश्चर्यजनक रूप से शांत हो गया।

सब लोग चुपचाप कुएं में मिट्टी डालते रहे तभी किसान ने कुएं में झांका तो वह आश्चर्य से सन्न रह गया।

अपनी पीठ पर पड़ने वाले हर फावड़े की मिट्टी के साथ वह बैल एक आश्चर्यजनक हरकत कर रहा था वह हिल-हिल कर उस मिट्टी को नीचे गिरा देता था और फिर एक कदम बढ़ाकर उस पर चढ़ जाता था।

जैसे-जैसे किसान तथा उसके पड़ोसी उस पर फावड़ों से मिट्टी गिराते वैसे-वैसे हिल-हिल कर उस मिट्टी को गिरा देता और एक सीढ़ी ऊपर चढ़ आता जल्दी ही सबको आश्चर्यचकित करते हुए वह बैल कुएं के किनारे पर पहुंच गया और फिर कूदकर बाहर भाग गया।

प्रेरणा क्या मिली ?

इस बैल की तरह आपके जीवन में भी बहुत तरह से मिट्टी फेंकी जायेगी। बहुत तरह की गंदगी आप पर गिरेगी, जैसे कि आपके आगे बढ़ने से रोकने के लिए कोई बेकार में ही आपकी आलोचना करेगा। कोई आपकी सफलता से ईर्ष्या के कारण आपको बेकार में ही भला बुरा कहेगा। कोई आपसे आगे निकलने के लिए ऐसे रास्ते अपनाता हुआ दिखेगा जो आपके आदर्शों के विरुद्ध होंगे।

ऐसे में आपको हतोत्साहित हो कर कुएं में ही नहीं पड़े रहना है बल्कि साहस के साथ हर तरह की गंदगी को गिरा देना है और उससे सीख ले कर उसे सीढ़ी बनाकर बिना अपने आदर्शों का त्याग किये अपने कदमों को आगे बढ़ाते जाना है”।

धन्यवादः आपकी दोस्त मनुस्मृति