Happiness is Free : वो उजले लोग अब कहां हैं, जिनके भीतर संवाद था…ज़िंदगी थी…ज्ज़बात थे…!!!
अक्सर हमारी अंतरआत्मा अपने जैसे लोगों को ही ढूंढती रहती है...कई बार कुछ ऐसे लोग हमारी ज़िंदगी में आते है जिनसे मिलने पर एक आनंद सा महसूस होता है.....जिनकी बातों…