यादगार लम्हें : जुहू बीच पर टहलते जिनके क़दम हर सुबह एक नया गीत तराश लाते थे, वो थे शैलेन्द्र…

एक दिन एक शख्स बारिश में भीगते-भागते आरके स्टूडियो में राजकपूर साहब से मिलने पहुंचा और कहने लगा कि वे उनके लिए गीत लिखने के लिए तैयार हैं। राज कपूर…

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