Poetry Breakfast: A poem on ‘CORONAVIRUS’ “नमस्ते तू उसे कहना” !
(कविता) “नमस्ते तू उसे कहना” ! कोरोना का कहर जब तक है सबसे दूर ही रहना । मिलाना हाथ कोई चाहे नमस्ते तू उसे कहना ।। तू रहना बन्द कमरे…
(कविता) “नमस्ते तू उसे कहना” ! कोरोना का कहर जब तक है सबसे दूर ही रहना । मिलाना हाथ कोई चाहे नमस्ते तू उसे कहना ।। तू रहना बन्द कमरे…
कवि परिचय : बिहार के गोपालगंज एवं सारण क्षेत्र के इस प्रसिद्ध व्यक्तित्व एवं ख्याति-प्राप्त वकील का जन्म सिवान जिले के जीरादेई के निकट भटकन ग्राम में 20 जून 1903…
बचपन की छोटी-छोटी यादें कैसे हमारे साथ-साथ चलती हैं न ! अकेलेपन में कभी जब पीछे मुड़कर देखते हैं तो लगता है मानों ये अभी की तो बात थी....इतने बरस…
Poetry Breakfast:- इश्क की अगर बात की जाए तो मिर्जा ग़ालिब का नाम सबसे पहले ज़ुबां पर आता है। कहते हैं कि इश्क ग़ालिब से ही शुरु होता है। ग़ालिब…
महिला दिवस के शुभ अवसर पर आइए उन सुप्रसिद्ध कवयित्रियों का रचनाएं पढ़ें जिन्होंने साहित्य में अपना महत्वपूर्ण योगदान तो दिया ही लेकिन साथ ही अपनी रचनाओं के द्वारा महिलाओं…
असद भोपाली का नाम उन गिने-चुने गीतकारों में शुमार है जिन्होंने हिंदी सिनेमा को ऐसे यादगार गीत दिए जो आज भी जवां हैं। 1990 में फ़िल्म 'मैंने प्यार किया' के लिए…
1. हुज़ूर आरिज़-ओ-रुख़्सार क्या तमाम बदन मिरी सुनो तो मुजस्सम गुलाब हो जाए उठा के फेंक दो खिड़की से साग़र-ओ-मीना ये तिश्नगी जो तुम्हें दस्तियाब हो जाए वो बात कितनी…
हिंदी काव्य मंचों से अपनी पहचान बनाने वाले लोकप्रिय कवि डॉ. कुमार विश्वास जिनकी कविताएं हर युवा के दिल में बसती है। उनका कविताओं और शायरी में संवाद पेश करने…
गज़लः- एक चेहरा साथ-साथ रहा जो मिला नहीं किसको तलाश करते रहे कुछ पता नहीं शिद्दत की धूप तेज़ हवाओं के बावजूद मैं शाख़ से गिरा हूँ नज़र से गिरा…
दिवाली के इस मौके पर ‘अटल बिहारी वाजपेयी’ जी कविता को याद किए बिना कैसे रहा जा सकता है। पेश है दिवाली पर लिखी उनकी ये खूबसूरत कविताः -उस रोज़…