धर्म एवं आस्था डैस्कः हिंदू धर्म में मोर पंख का काफी महत्व माना जाता है। मोर पंख को नवग्रहों का प्रतीक माना जाता है इसलिए इसके विधि पूर्वक इस्तेमाल से कुंडली के कई दोष दूर होने के साथ-साथ घर पर वास्तु दोष भी दूर होते हैं। ऐसी भी मान्यता है कि मोर पंख के आपके आसपास रहने से वहां की नकारात्मक शक्तियों का प्रभाव कम हो सकता है।
आइए जानते हैं इसके पीछे क्या है पौराणिक कथाः-
हमारे धर्म ग्रंथों में इससे संबंधित कथा है। ऐसी मान्यता है कि भगवान शिव ने मां पार्वती को पक्षी शास्त्र में वर्णित मोर के महत्व के बारे में एक कथा सुनाई थी। प्राचीन काल में संध्या नाम का एक असुर हुआ था। वह बहुत शक्तिशाली और तपस्वी असुर था। गुरु शुकाचार्य के कारण संध्या देवताओं का शत्रु बन गया था।
संध्या असुर ने कठोर तप कर शिवजी और ब्रह्मा को प्रसन्न कर लिया था। ब्रह्माजी और शिवजी प्रसन्न हो गए तो असुर ने कई शक्तियां वरदान के रूप में प्राप्त की। शक्तियों के कारण संध्या बहुत शक्तिशाली हो गया व इसके बाद शक्तिशाली संध्या भगवान विष्णु के भक्तों को सताने लगा। असुर ने स्वर्ग पर भी आधिपत्य कर देवताओं को बंदी बना लिया। जब किसी भी तरह देवता संध्या को जीत नहीं पा रहे थे, तब उन्होंने एक योजना बनाई।
योजना के अनुसार, सभी देवता और सभी नौ ग्रह एक मोर के पंखों में विराजित हो गए। अब वह मोर बहुत शक्तिशाली हो गया। मोर ने विशाल रूप धारण किया और संध्या असुर का वध कर दिया। तभी से मोर को भी पूजनीय और पवित्र माना जाने लगा।
ज्योतिष शास्त्र में भी मोर के पंखों का विशेष महत्व बताया गया है। यदि विधिपूर्वक मोर पंख को स्थापित किया जाए तो घर के वास्तु दोष दूर होते हैं और कुंडली के सभी नौ ग्रहों के दोष भी शांत होते हैं। घर का द्वार यदि वास्तु के विरुद्ध हो तो द्वार पर तीन मोर पंख स्थापित करें।
अगर आपके व्यापार में किसी तरह की परेशानियां आ रही हैं तो अपने ऑफिस या दुकान में दक्षिण-पूर्व दिशा में मोर पंख लगाकर देखें। शास्त्र के अनुसार, ऐसा करने से घर-परिवार की सभी आर्थिक समस्याएं हल होती है।
घर में वास्तुशास्त्र दोष के निवारण हेतू घर के मुख्य द्वार की हमेशा सफाई रखें और श्री गणेश की मूर्ति के साथ मोर पंख सताएं मान्यता है कि ऐसा करने से घर का हर प्रकार का वास्तु दोष दूर होता है।
अगर आप अपने किसी शत्रु से परेशान हैं तो मोर पंख में छुपी शक्तियों द्वारा आप अपने शत्रु को भी अपना मित्र बना सकते हैं। माना जाता है कि यदि आप हनुमान जी के मस्तक से सिंदूर लेकर जिस व्यक्ति से आपके संबंध अच्छे नहीं हैं, उसका नाम पंख पर लिखें और उसके बाद रातभर मंदिर में रखने के बाद अगली सुबह जल में प्रवाहित करें तो आपको अचूक लाभ मिलेगा।
बच्चों में एकाग्रता व स्मरण शक्ति बढ़ाने के लिए भी विद्धार्थियों के कमरे में या पुस्तकों के बीच मोर पंख रखें। ज्योतिषशास्त्र अनुसार मोर पंख को काफी पवित्र वस्तु माना जाता है, ऐसी मान्यता है कि जो व्यक्ति किसी भी रूप में मोर पंख को अपने साथ रखता है उसकी सोई किस्मत जाग जाती है व आपकी कुंडली में राहु दोष दूर होता है।
Wonderful article explaining the importance of age old traditions in our life.