“हज़ारों ख़्वाहिशें ऐसी की हर ख़्वाहिश पर दम निकले, बहुत निकले मेरे अरमान लेकिन फिर भी कम निकले”: ग़ालिब
Poetry Breakfast:- इश्क की अगर बात की जाए तो मिर्जा ग़ालिब का नाम सबसे पहले ज़ुबां पर आता है। कहते हैं कि इश्क ग़ालिब से ही शुरु होता है। ग़ालिब…