Happiness is Free: ‘एक मुट्ठी आसमान’, न तेरा है, न मेरा है…!
अपनी हार और जीत का लेआउट अगर हमें पहले से ही तैयार करना आता होता तो शायद ज़िंदगी के आखरी पड़ाव तक आते-आते अनुभवों की बिल्डिंग इतनी बार न गिरती…
अपनी हार और जीत का लेआउट अगर हमें पहले से ही तैयार करना आता होता तो शायद ज़िंदगी के आखरी पड़ाव तक आते-आते अनुभवों की बिल्डिंग इतनी बार न गिरती…
कोई भी रिश्ता जीवन में एक नयीं उमंग, मिठास और खुशियां लेकर आता है....बशर्ते हमें उन खुशियों का आनंद लेने और रिश्तों को निभाने का अंदाज़ आना चाहिए। अब चाहे…
https://www.youtube.com/watch?v=-GvUB59EHEw&feature=youtu.be हर दिल कुछ कहता है ! अपने दिल की आवाज़ सुनें और तनाव से दूर रहें