Happiness is Free: आओ मेरे दोस्त अंत से फिर एक नई शुरुआत करें !
बार-बार टूटना..बिखरना...फिर से खड़े होना...ऐसी फितरत उस इंसान की ही हो सकती है जो सिर्फ अपने हौसलो से आगे बढ़ता हैं, जिसे आगे बढ़ने के लिए किसी सीढ़ी की ज़रूरत…
बार-बार टूटना..बिखरना...फिर से खड़े होना...ऐसी फितरत उस इंसान की ही हो सकती है जो सिर्फ अपने हौसलो से आगे बढ़ता हैं, जिसे आगे बढ़ने के लिए किसी सीढ़ी की ज़रूरत…