धर्म एवं आस्था डैस्कः इस बार की दिवाली बेहद खास है, क्योंकि इसबार दीपावली पांच दिनी पर्व के साथ चार दिनों में आठ पर्व पड़ेंगे। पूरे पांच दशक बाद इस बार की दीपावली में बडी खगोलीय घटना होने जा रही है। 26 अक्तूबर को यम दीपक, हनुमान जयंती और धनवंतरी जयंती के तीन पर्व एक दिन में पड़ रहे हैं।
27 अक्तूबर रविवार को छोटी दीवाली यानी नरक चतुर्दशी और दीपावली महालक्ष्मी पूजन के दो बड़े पर्व पड़ेंगे। 28 अक्तूबर सोमवार को सोमवती अमावस्या का स्नान होगा। इसी दिन गोर्वधन पूजा और अन्न कूट पर्व पड़ रहे हैं।
29 अक्तूबर मंगलवार को भैयादूज का बड़ा पर्व पड़ेगा। इस प्रकार शनिवार से मंगलवार तक चार शुभ दिनों में आठ पर्व पड़ रहे हैं। लेकिन देखा जाए तो दीपावली पर्व के 6 दिन बाद आने वाले छठ पर्व पर इन त्यौहारों का सिलसिला खत्म होता है।
इसबार धनतेरस से दीपावली तक अलग-अलग पर्वों की तिथियां एक साथ पड़ने की वजह से उलझन की स्थिति बनी हुई है। दरअसल, दो दिन धनतेरस, दो दिन नरक चतुर्दशी और दो दिन अमावस्या तिथि है जिसमें दीपावली मनाई जाती है लेकिन शास्त्रों के अनुसार कोई भी त्योहार दो दिन नहीं मनाया जा सकता इसके लिए कुछ नियम दिए गए हैं। जिस कारण 25 अक्तूबर को ही धनतेरस पर्व है जबकि त्रयोदशी 26 को भी है लेकिन शास्त्रों के अनुसार जिस दिन शाम के समय त्रयोदशी यानी प्रदोष काल में त्रयोदशी हो उसी दिन धनतेरस की पूजा भी होना वश्यक है, इसीलिए 25 अक्तूबर को धनत्रयोदशी यानि धनतेरस का त्योहार मनाया जाएगा।