परिवर्तन ज़िंदगी में नियमित चलने वाली वह प्रक्रिया है जिसे कभी रोका नहीं जा सकता, या फिर यों कह लीजिए विधि का विधान ही यही है..जो व्यक्ति इस संसार में आया है वो निरंतर एक यात्रा कर रहा है…और इस यात्रा में उतार-चढ़ाव-परिवर्तन का आना अनिवार्य है… जो कि जीवन में आयी स्थिरता और विराम को तोड़ता है…जब हम लगातार एक जैसी ज़िंदगी जी रहे होते हैं…असल में तब भी हम परिवर्तन की राह पर चल रहे होते हैं…हमारी उम्र बढ़ रही होती है….समय लगातार बीत रहा होता है….उम्र के साथ हमारी कार्य करने की क्षमता में कमी आने लग जाती है….ऐसे में एक जैसी दिनचर्या कहीं न कहीं जीवन में बैरियर्ज़ का काम कर रही होती है…यदि उसमें परिवर्तन न आये तो धीरे-धीरे ज़िंदगी रुकी-रुकी सी, थकी-थकी सी और बोझ लगने लगती है…।

और जब हमारे जीवन में स्थिरता आ जाती है तो हमारा आत्मिक, बौधिक, भावनात्मक और आध्यात्मिक विकास रुक जाता है। ऐसे में जितने आप मानसिक तौर पर काम करने में सक्षम होते हैं उतना काम आप नहीं कर पाते। देखा जाए तो अगर आप अपनी पूरी ज़िंदगी एक जैसी चीज़ें ही करते रहेंगे, बिना कुछ नया सीखे तो आप हमेशा वैसे ही बनें रहेंगे…आपमे रिस्क लेने की क्षमता खत्म हो जाएगी…। क्या आप जानते हैं पुरानी सोच, एक-जैसी ज़िंदगी लंबे समय तक जीने से आप दुनियां से कितने पिछड़ जाते हैं ? तब आपके लिए फिर से उठ पाना नामुमकिन हो जाता है…।
इसलिए उठिए और जीवन में आये परिवर्तन को स्वीकार कीजिए..हमारे साथ जो भी हो रहा होता है असल में वो हमारे अच्छे के लिए ही होता है…। कहीं न कहीं नए अवसर, नयी खुशियां, नए रास्ते, नया माहौल, नए लोग हमारे जीवन में आने वाले होते हैं….जो कि जीवन में नए परिवर्तन के साथ एक नया अध्याय लेकर आते हैं….जो बीत गया वो एक पुराना अध्याय था…वो न ही दोबारा अब दोहराया जाने वाला है और न ही दोबारा खुलने वाला है… एक नए अध्याय की किताब आपके जीवन में सुनहरी अवसर लेकर आ चुकी है…अब उसे एक नए ढंग से…एक नए सिरे से लिखिए और कोशिश यही करें कि अपनी पुरानी ग़लतियों को फिर से न दोहराएं…।
आप रोज़ नया सीख रहे हैं…जो आपको एक नए इंसान में तब्दील कर रहा है…जब आप इस बदलाव को सहजता के साथ स्वीकार करते हैं तो आपको खुद अहसास होगा जितना आप परिवर्तन से डरते थे असल में वह तो बेहद सरल निकला।
समय के साथ अपने स्वभाव में…अपनी सोच में परिवर्तन लाएं..इसके लिए आपको अपना सकारात्मक दृष्टिकोण रखना होगा, अपने ऊपर यक़ीन रखना होगा, जीवन में लचीलापन लाना होगा…हमेशा आप अपने अनुसार या अपने तरीके से जीवन को नहीं चला सकते….बल्कि आपको जीवन के प्रवाह के साथ बहना होगा…. फिर देखना कैसे नई चीज़ें आपके जीवन में परिवर्तन लाती हैं…नया उत्साह, नयी उमंग, नया जोश भर देती हैं…इसलिए आपको अपने जीवन में आए परिवर्तन को अपनाना होगा….उसे अपने जीवन में स्थान देना होगा….तनावपूर्ण स्थितियों का हिम्मत से सामना करना होगा….नए अवसर आपके लिए बाहें फैलाएं खड़ें हैं…आगे बढ़ें….।
धन्यवाद…..आपकी शुभचिन्तक
Very nice ji happy birthday manu ji ???