Happiness is Free : जो हो रहा है, जैसा चल रहा है, वैसा चलने दीजिए, कितना सही ?
कई बार हम समाज की घिसी-पिटी रिवायतों पर पीढ़ी-दर-पीढ़ी चलते रहते हैं, जिसका हम चाहते हुए भी विरोध नहीं कर पाते, क्योंकि कहीं न कहीं हम भी उन रिवायतों के…
कई बार हम समाज की घिसी-पिटी रिवायतों पर पीढ़ी-दर-पीढ़ी चलते रहते हैं, जिसका हम चाहते हुए भी विरोध नहीं कर पाते, क्योंकि कहीं न कहीं हम भी उन रिवायतों के…
एक बढ़ी ही खूबसूरत और प्रेरणादायक कहानी मेरी एक मित्र ने मुझे व्हाट्सऐप पर भेजी, पढ़कर अच्छी लगी, सोचा आप सबके साथ भी शेयर करूं, ताकि आपको भी पढ़कर प्रेरणा…
हर किसी का व्यवहार एक जैसा नहीं होता, किसी के व्यवहार में कुछ बातें अच्छी हैं तो किसी में कुछ और, अपने आप में पूर्ण कोई भी नहीं है, हरेक…
स्वामी विवेकानंद अक्सर कई अवसरों पर अपनी आपबीती सुनाया करते थे और अपने साथ हुई कई घटनाओं से मिले अनुभव सबके साथ सांझा किया करते थे। एकबार स्वामी जी को…