You are currently viewing क्या है नवरात्रि का महत्व व इसके पीछे वैज्ञानिक दृष्टि क्या है ?

क्या है नवरात्रि का महत्व व इसके पीछे वैज्ञानिक दृष्टि क्या है ?

File- धर्म एवं आस्था डैस्कः आदिकाल से ही शक्ति की उपासना चली आ रही है। जिन्हें हम सब मां दुर्गा कहकर पुकारते हैं। भारत में सनातन धर्म के लोग बड़ी ही आस्था से नौ दिन तक इस पर्व को मनाते हैं। नवरात्रि भारत के विभिन्न भागों में अलग-अलग ढंगों से मनाई जाती है। भारत में मुख्यत: गुजरात व पश्चिम बंगाल में बड़े पैमाने पर दुर्गा पर्व मनाया जाता है। गुजरात में नवरात्रि पर्व में डांडिया एवं गरबा के साथ ये पर्व मनाया जाता है।

क्या है नवरात्रि का महत्व

जैसा कि नाम से ही नवरात्रि का अर्थ स्पष्ट होता है नौ-रातें। इन नौ रातों और दस दिनों में मां भगवती के नौ रूपों की पूजा की जाती है। दसवें दिन दशहरा होता है। नवरात्री की नौ रात्रियों में तीन देवियों की पूजा की जाती है- महालक्ष्मी, महासरस्वती, और दुर्गा के नौ स्वरूप जिन्हें नवदुर्गा कहते हैं व दुर्गा का अर्थ है जीवन के दुखों को दूर करने वाली। सनातन काल से ये पर्व शारदीय नवरात्र प्रतिपदा से नवमी तक निश्चित नौ तिथि, नौ नक्षत्र, नौ शक्तियों की नवधा भक्ति के साथ मनाया जाता है। सर्वप्रथन भगवान श्रीरामचंद्रजी ने इस शारदीय नवरात्रि पूजा का प्रारंभ समुद्र तट पर किया था और उसके बाद दसवें दिन लंका विजय के लिए प्रस्थान कर विजय प्राप्त की थी। तभी से नवरात्रि के दसवें दिन बुराई पर विजय का प्रतीक दशहरा पर्व मनाया जाता है। कहते हैं इन नौं दिनों तक जो कोई भी सच्चे मन से मां भगवती की आराधना करता है मां भगवती उसके सारे कष्टों को दूर करती हैं।

नौं दिन तक नवरात्र व्रत रखने के पीछे वैज्ञानिक कारण ?

नौं दिनों तक नवरात्री पर्व मनाया जाना जिसे वैज्ञानिक दृष्टि से भी देखा जाता है, ऐसा माना जाता है कि जिन दिनों में नवरात्र आते हैं उन दिनों मौसम का मिज़ाज बदल रहा होता है। हम सब गर्मी से सर्दी की ओर रुख कर रहे होते हैं। जिस दौरान कई बीमारीयां व महामारियां फैली होती हैं व हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता भी कम हो जाती है। इसलिए नौ दिन तक व्रत, तप, जप, ध्यान, हवन आदि करने से हमारे शरीर और वातावरण की शुद्धि हो जाती है। इसलिए वैज्ञानिक दृष्टि से भी नवरात्रि का विशेष महत्व है।