Religion & Faith: जब भी गौमाता आपके द्वार आकर मां कहकर पुकारे तो उन्हें कुछ खिलाएं ज़रूर…!
गाय कितना ही प्यारा, शांत व सौम्य पशु है......गाय की दिव्यता के बारें में जितनी बात की जाए उतनी ही कम है। आपने भी देखा होगा....गाय जब भी घर के…
गाय कितना ही प्यारा, शांत व सौम्य पशु है......गाय की दिव्यता के बारें में जितनी बात की जाए उतनी ही कम है। आपने भी देखा होगा....गाय जब भी घर के…
हम कितने ही आराम से कह देते है न कि भगवान मेरी नहीं सुनता...वो तो आंखे बंद करके बैठा है....मेरी मानों तो उन्हें एक बार सच्चे दिल से पुकार कर…
कहते हैं दोस्ती में SORRY और THANKS की कोई गुंजाईश नहीं होती लेकिन कईबार ज्यादा SORRY कहना भी भारी पड़ जाता है, दरअसल किसी भी गलती पर सॉरी कह देना…
बहुत कुछ हमारी सोच पर निर्भर करता है कि हम कुछ न होते हुए भी क्या पा सकते और बहुत कुछ होते हुए भी क्या खो देते हैं। ऐसा ही…
#सम्भवामि_युगे_युगे_02 "जब संसार दु:खों और तकलीफ से चित्कार करता हुआ ---आर्त्तनाद करते हुए प्रकट या अप्रकट रूप से ' त्राहि माम् ! त्राहि माम् ! ' करने लगता है (…
कृष्णं वंदे जगद्गुरुम् | जीवन में जितनी संपत्ति बढ़ती है उतना खालीपन भी बढ़ता है। आज आधुनिक मानव की सुविधाओं का स्तर बढ़ गया है । पर क्या मानव सुखी…
कहते हैं कि जो कोई भी कान्हा के रंग में रंग जाता है फिर उसे संसार में किसी और चीज़ की इच्छा ही नहीं रहती। उनकी लीलाओं का बखान सुनते…
संकलयिता - राय यशेन्द्र प्रसाद #सम्भवामि_युगे_युगे_01 " पूरयमाण परम आचार्य गुरू-पुरुषोत्तम या परम स्व॒तःसंत या तथागत का आविर्भाव किसी बँधे स्थान या प्रथा के द्वारा होगा ऐसी कोई बात नहीं; विशेष कोई जाति…
दुख-तकलीफें सबकी ज़िंदगी में आती-जाती रहती हैं, ऐसा कोई व्यक्ति नहीं जिसकी ज़िंदगी में तकलीफें कभी आयीं ही न हों, हां ये हो सकता है किसी की ज़िदगी में कम…
कवि परिचय : बिहार के गोपालगंज एवं सारण क्षेत्र के इस प्रसिद्ध व्यक्तित्व एवं ख्याति-प्राप्त वकील का जन्म सिवान जिले के जीरादेई के निकट भटकन ग्राम में 20 जून 1903…