Happiness is Free: अब मां के हाथ का खाना याद नहीं आता क्या ?
अभिभावकों की ज़िंदगी में एक समय के बाद ऐसा मोड़ आता है जब कोई उन्हें ये कहने वाला नहीं होता कि “मां आज मेरी फेवरेट सब्ज़ी बनाओं न तुम्हारे हाथों…
अभिभावकों की ज़िंदगी में एक समय के बाद ऐसा मोड़ आता है जब कोई उन्हें ये कहने वाला नहीं होता कि “मां आज मेरी फेवरेट सब्ज़ी बनाओं न तुम्हारे हाथों…
जब हम अपनी तुलना औरों से करने लग जाते हैं और सामने वाला जब हमें हमसे ज्यादा खुश व ताकतवर नज़र आता है ऐसे में अपने आप को दूसरों से…
धर्म एवं आस्था डेस्कः बाल आपके व्यक्तित्व की शोभा बढ़ाते हैं। चेहरे की खूबसूरती सुदर बालों से और भी बढ़ जाती है लेकिन क्या आप जानते हैं कि बालों से…
कुछ साल पहले नोएडा में एक टीवी चैनल में मैं स्पेशल कॉरेसपोंडेंट कार्यरत थी..ये शायद साल 2013 या 14 की बात है...एक दिन ऑफिस में आचानक एक महिला आ पहुंची.....बॉस…
"Happiness is Free" के साथ जुड़ने के लिए आप सबका बहुत-बहुत शुक्रिया...आप में से बहुत से प्यारे मित्र हमसे जुड़ने के लिए अपनी प्रतिक्रियाएं देते हैं, "theworldofspiritual.com" के इस मंच…
तेज़...और तेज़, फिर सबसे तेज़....ऐसी तेज़ी भी क्या जहां हम एक ऐसी भीड़ का हिस्सा बन गए हैं जहां सुबह से लेकर शाम तक अगर नहीं भागा गया तो हम…
जो लोग अपने जीवन में हमेशा कुछ नया करने का जोखिम लेते हैं उनमें हमेशा औरों की अपेक्षा ज्यादा क्षमताएं होती हैं। ऐसे लोग परिणाम की चिंता किए बिना रिस्क…
स्वस्थ रहिए खुश रहिएः गले लगने से एक अलग तरह की खुशी, सुकून और मानसिक शांति मिलती है, वैसे क्या आपने कभी ऐसा सोचा है कि हमें ऐसा क्यों महसूस…
इंसान कमज़ोर कब पड़ता है ? मेरा मानना है कि परिस्थितियां अगर आपके अनुकूल नहीं हैं तो भी आप जीने का साहस रखते हैं, जेब में पैसा नहीं है तो…
हम तो ज़मीं के थे, और ये आसमान परिंदों का जहां था, हमने पैर तो खूब पसारे लेकिन किसी के समंदर, नदिया तक जीत कर चले तो किसी के जंगल…